जवान होने पर तुम लोगों की आंखों पर स्वार्थ की इतनी गहरी धुंध छाई जिस में कर्तव्य और दायित्व जैसे शब्द धुंधले हो गए.
The post Mother’s Day 2022- भावनाओं के साथी: क्यों कर्तव्य और दायित्व जैसे शब्द धुंधले हो गए? appeared first on Sarita Magazine.
from कहानी – Sarita Magazine https://ift.tt/ILH9esz
जवान होने पर तुम लोगों की आंखों पर स्वार्थ की इतनी गहरी धुंध छाई जिस में कर्तव्य और दायित्व जैसे शब्द धुंधले हो गए.
The post Mother’s Day 2022- भावनाओं के साथी: क्यों कर्तव्य और दायित्व जैसे शब्द धुंधले हो गए? appeared first on Sarita Magazine.
May 09, 2022 at 09:00AM
No comments:
Post a Comment