Monday 31 December 2018

एक अनोखी अलमारी की कहानी, New panchatantra stories in hindi

New panchatantra stories in hindi

एक अनोखी अलमारी की कहानी, New panchatantra stories in hindi, यह पंचतंत्र की कहानी आपको पसंद आएगी, इसमें एक आदमी अनोखी अलमारी को लेकर आता है और वह अलमारी आने से क्या होता है, यह सब कुछ इस कहानी में हमे पता चलता है, 

एक अनोखी अलमारी की कहानी :New panchatantra stories in hindi

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panchatantra stories in hindi

वह दोनों ही इस बात को लेकर बहुत परेशान नज़र आ रहे थे, की उनके घर में एक भी अलमारी नहीं थी, वह इस बात को जानते थे मगर कोई भी उस अलमारी को नहीं खरीद पा रहा था, इसका मुख्य कारण था, की उनके पास इतने पैसे नहीं थे जिससे वह एक अलमारी को खरीद पाए, वह दोनों बहुत ही गरीब थे, पत्नी ने कहा की इस तरह काम नहीं चलेगा, क्योकि अलमारी की जरूरत है, मगर हमारे पास पैसे भी नहीं है,

 

पति भी यही सोच रहा था की मुझे कुछ ऐसा करना चाहिए जिससे में एक अलमारी को खरीद पाऊ, मगर ऐसा करने के लिए मुझे बहुत मेहनत करनी होगी, मगर क्या फिर भी में उस अलमारी को खरीद पाऊंगा, यह सोचता हुआ वह अपने काम पर जा रहा था, वह एक सेठ के यहां पर काम करता था, वह सेठ से बोला की आप मुझे कुछ पैसे पहले ही दे सकते है मुझे एक अलमारी खरीदनी है उसके लिए मेरी पत्नी बहुत दिनों से कह रही है, मगर में उसे नहीं दे पा रहा हु, अगर आप मुझे कुछ पैसे पहले ही दे दे, तो आप वह पैसे मेरे काम में से काट सकते है,

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सेठ बोला की मेरे पास तुम्हे पैसे देने के लिए नहीं रखा हुआ है जितना काम करते हो उसी में से जो चाहो ले सकते हो, मेरे पास अतिरिक्त पैसा नहीं है, वह आदमी कुछ नहीं कहता है और काम में लग जाता है उधर सेठ भी चला जाता है वह काम तो कर रहा था मगर वह यही सोचता था की पता नहीं में कब अलमारी को खरीद सकता हु, शाम हो जाती है वह घर की और चल देता है आज उसका मन काम में भी नहीं लग रहा था, पत्नी आज फिर कुछ जरूर बोलेगी, की अलमारी कब तक आएगी, मगर मेरे पास तो कोई जवाब नहीं है,

 

आज फिर इस बात को लेकर वह झगड़ा करेगी, यह क्या है कुछ समझ नहीं आ रहा है मेरा तो मन कर रहा है की आज घर पर जाता नहीं हु, इससे कोई परेशानी भी नहीं होगी, मुझे आराम भी मिल जाएगा, यह कुछ विचार मन में चल रहा था मगर क्या करे कुछ भी समझ में नहीं आ रहा था, वह रास्ते में सोचता हुआ जा रहा था, तभी उसकी नज़र एक साधू पर जाती है वह एक नदी में डूब रहे थे वह मदद के लिए बुला रहे थे, वह आदमी जल्दी ही नदी में जाता है, उन्हें बचा लेता है, वह कहता है की आप यहां पर नदी में कैसे गिर गए थे, साधू जी कहते है की में यहां से जा रहा था,

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तभी मेरा पैर फिसल गया था जिससे में नदी में जा गिरा था, मेने बचने की बहुत कोशिश भी की थी, मगर मुझे तैरना नहीं आता था जिससे ऐसा हो गया था अगर तुम यहां पर नहीं आते तो पता नहीं क्या होता, वह आदमी कहता है की में नहीं आता तो कोई और आ जाता, इसमें कोई बात नहीं है, वह साधू समझ गया था की यह बहुत अच्छा आदमी है मगर मुझे लगता है की यह कुछ परेशान है साधू जी ने पूछा की तुम बहुत परेशान नज़र आ रहे हो, में तुम्हारी कुछ मदद कर सकता हु,     

 

वह आदमी कहने लगा की आप इसमें कुछ भी नहीं कर सकते है मगर जब आप मुझसे कुछ पूछ रहे है तो में बता देता हुआ मेरी पत्नी को एक अलमारी की जरूरत है हमारे पास कोई भी अलमारी नहीं है उसे कपड़े रखने में बहुत परेशानी होती है वह इसके लिए बहुत जिद्द भी कर रही है मगर मेरे पास कुछ भी नहीं है जिससे में एक अलमारी को खरीद सकू, बस यही परेशानी है, साधू जी ने कहा की में आपकी मदद कर सकता हु, वह आदमी साधु की और देखता है, आप मेरी मदद कैसे कर सकते है,

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साधू जी कहते है की में तुम्हे एक अलमारी दे सकता हु, मगर एक बात का ध्यान रखना की यह कोई साधरण अलमारी नहीं होगी, बल्कि यह एक अनोखी अलमारी होगी, जिससे तुम्हे काफी मदद मिलगी, मगर इस बात का ध्यान रखना होगा की यह अलमारी तुम्हारे हाथ से निकल सकती है अगर तुम इस अलमारी में बहुत ज्यादा संख्या में कपडे रखते हो, इसलिए यह बात तुम्हे याद रखनी होगी, साथ में यह अलमारी का राज सिर्फ एक ही आदमी को पता होना चाहिए

 

अगर यह बात तुम्हारी पत्नी को पता चल जाती है तो भी यह गायब हो जायेगी, और फिर कभी भी तुम्हे नहीं मिलेगी, अगर तुम इन बातो को ध्यान में रखते हो तो यह अलमारी तुम्हारे काम आएगी, वह आदमी कहता है की में इस बात का ध्यान रखूँगा, वह साधू बाबा एक छड़ी देते है और कहते है इसे जिस जगह पर रखते हो वही पर अलमारी आ जायेगी, वह आदमी बहुत खुश होता है, वह छड़ी को लेकर घर जाता है पत्नी इंतज़ार कर रही होती है और पति को देखते ही कहती है की अलमारी का कुछ इंतज़ाम हो गया है या नहीं,  

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पति कहता है की कल सुबह तक अलमारी आ जायेगी, पत्नी को कुछ समझ में नहीं आता है की पति क्या कह रहे है, वह कहते है की तुम्हे चिंता नहीं करनी चाहिए, जल्दी ही इंतज़ाम हो जाएगा, अब रात हो गयी है अब सो जाओ, सुबह तक तुम्हे अलमारी मिल जायेगी, जब सुबह होती है तो पत्नी देखती है की बहुत सुन्दर अलमारी आ जाती है, उसे देखकर ऐसा लगता है की सी अलमारी कही भी नहीं देखि होगी, पति भी उठ जाता है वह कहता है की बहुत सूंदर है यह अलमारी पत्नी कहती है की यह बहुत अच्छी है, मगर तुम इसे कहा से लाये हो,

 

पति कहता है की यह मुझे किसी ने दी है, मगर कुछ बाते याद रखनी होगी की इसमें ज्यादा कपडे नहीं रखने है, पत्नी को वह पूरी बात नहीं बता सकता था, इसलिए उसने यही कहा था, उसके बाद वह काम पर जाता है जब वह घर वापिस आता है तो अलमारी वह अपर नहीं होती है पत्नी भी काफी डरी हुई नज़र आती है पति कहता है की क्या बात है, पत्नी कहती है की वह अलमारी यहां से चली गयी है यह कैसे हो सकता है कोई अलमारी कही पर कैसे जा सकती है

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पति पूरी बात पूछता है की क्या हुआ था पत्नी कहती है की जब में उसमे कपडे लगा रही थी तो उसके बाद भी कपडे बच गए थे जब मेने सोचा की यह भी कपडे उसी में लगा लू, तो वह अलमारी मेरे कपडे यही पर छोड़ के गायब हो चुकी थी अब पति समझ चुका था की क्या हुआ था पति ने कहा की मेने तुम्हे मान किया था की इसमें अधिक कपड़े नहीं रख सकते है, पत्नी कहने लगी की यह कोई बात है अलमारी में कपड़े ही तो रखते है इसमें कम और अधिक का क्या मतलब है,

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कुछ देर बाद पति ने सब कुछ बता दिया था की उस अलमारी को वह कैसे लेकर आया था इसलिए कहते है की जितना कहा जाता है उसी में समझने की कोशिश करनी चाहिए क्योकि बहुत सी बार पूरी बात नहीं कही जाती है, New panchatantra stories in hindi, एक अनोखी अलमारी की कहानी, अगर आपको यह कहानी पसंद आयी है तो आप इसे शेयर कर सकते है, और कमेंट करके हमे भी बता सकते है,

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